अरमान के केबिन से निकल जानवी जल्दी अपने केबिन में आती है और अपने सारा सामान समेट बैग में रख वहा से निकल के लिफ्ट के तरफ आती है और लिफ्ट के अंदर जा ग्राउंड फ्लोर का नंबर प्रेस करती है और कुछ ही देर में ऑफिस से बाहर निकल जाति है,,,,जब जानवी बाहर आती है तो देखती है की अरमान की कार अभी खाली ही थी मतलब वो नीचे नही आया था,,,,जिसे देख वो एक चैन की सांस लेती है,,,और वहा से पैदल निकल जाति है,,,,,

होता क्या था की अरमान के दादा जी जानते थे की दोनो एक ही ऑफिस में काम करते है तो उन्होंने  ही अरमान को कहा था की वो हमेशा बहु को अपने साथ ही लेकर आए क्युकी वो जानते थे की अरमान का शादी से इंकार था पहले,,,,अरमान अपने दादा जी के सामने तो कुछ नही बोलता लेकिन इसकी सजा वो जानवी को देता है,,,उसके ऑफिस से विला तक पहुंचने में कार से 40 मिनिट लगता था और पैदल 1 घंटा से ज्यादा,,,,इसलिए वो जानवी को पहले ही निकल जाने को बोलता था ताकि वो पैदल चलते हुए घर तक पहुंच और कुछ उसके निकलने के 1 घाटे बाद निकलता था और जैसे ही घर के मेन गेट तक पहुंचने वाला होता था तो जानवी को अपने कार में बैठा लेता था।।।

आज भी यही हो रहा था,,,जानवी अपने अपना बैग अपने सीने से सटा बस चले ही जा रही थी,,,और चलते चलते किसी सोच में भी गुम थी।।।

Flashback 

एक छोटा एक मंजिला घर जिसके अंदर सुबह के 6 बजे के करीब एक औरत के जोर जोर से बोलने की आवाजे आ रही थी,,,,,,,,,,,,, अरे ओ महारानी उठ जा,,,,रात भर करती क्या है जो तेरी सुबह सुबह नींद ही नहीं टूटती,,,,तभी घर के स्टोर रूम से एक लड़की अपनी आंखे मलती हुए बाहर आती है और बाहर आ अपनी हरी आंखो से टुकुर टुकुर अपने सामने खड़ी एक 55 साल की औरत को देख कहती है मामी मैने सारा काम रात को ही कर लिया था,,,बस नाश्ता बनाना है बाकी सारा हो गया है।।।।

उस लड़की को मामी यानी संतोषी जी अपने कमर पे दोनो हाथ रख कहती है,,,देख जानवी अगर भूल से भी कोई भूल हो गए और मेरी बेटी की शादी में कोई अर्चन आई तो तेरे  लिए बुरा होगा देखना लेना,,,इसलिए अपना काम पे लग जा जल्दी,,,,

अपनी मामी को बात सुन जानवी अपना सर हा में हिला तुरंत अपने रूम जो को घर का स्टोर रूम था जिसमे उसे एक कोने में एक जमीन पे बिस्तर डाल के दिया गया था जाति है और जल्दी जल्दी अपना सारा काम निपटा घर के कामों में लग जाति है,,,,

देखते ही देखते दोपहर हो जाती है,,,रूम में जानवी अपनी मामी की बेटी को तैयार कर रही थी तभी वो कहती है,,,रिया दी आप नर्वस मत हो सब ठीक होगा,,,तभी रिया उसके दोनो हाथ पकड़ थोड़ा थोड़ा घबाये हुए कहती है,,,,,जानवी मुझे ना श्लोक ने कहा था की उसके दादा जी तो फिर भी थोड़े शक्त है लेकिन उनके बारे भाई बहुत गुस्से वाले है,,,,और जब तक उनकी मंजूरी नही हुए श्लोक भी कुछ नही कर पायेगा,,,,इसलिए मुझे बहुत टेंशन हो रही है,,,

जानवी रिया के हाथो को कस के पकर कहती है,,,,जब तक आप में कोई बुराई नही नजर आयेगी उन्हे वो क्यू आपको रिजेक्ट करेंगे और मुझे बिस्वास है मेरी दी की शादी उनके प्यार से ही होगा मतलब श्लोक जीजू से,,,इतना बोल वो थोड़ा मुस्कुरा देती है,,,तभी जानवी कहती है वैसे ये है कोन लोग आप नही जानते,,,,,,रिया अपना सर ना में हिला के कहती है नही ना जान श्लोक ने कभी बताया ही नहीं अपने परिवार के बारे में और न मैने कभी पूछा,,,,,,बस हम कॉलेज में ही अपने अपने लेक्चर के बाद मिलते थे।।।।।।। श्लोक और रिया कॉलेज में लेक्चरल थे और ओहि पे indono की मुलाकात हुई और फिर प्यार हुआ।।।।

      दोनो बहन बात कर ही रही थी तभी उसको कई सारी गाड़िया के रुकने की आवाज आई जिसे सुन दोनो बालकनी से नीचे देखती है तो दोनो की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती है क्युकी उनके घर के बाहर एक से एक महंगी महंगी गरिया आके रुकी थी,,,,,तभी जानवी के मुंह से निकलता है सर यहां क्या कर रहे है,,,,फिर वो अपनी नजरे रिया के तरफ कर पूछती है इनके भाई का रिश्ता आया है आपके लिए,,,,तभी रिया श्लोक के तरफ इसारा कर अपना सर हा में हिला देती है क्युकी वो श्लोक के साथ ही अरमान को देख समझ जाति है की यही श्लोक का बड़ा भाई है।।।

जानवी अपना मुंह बना के कहती है,,,आप ना दी सच ही कहा था जीजू के भाई सच में बहुत खरनाक है मैं झेलती हूं इन्हे पूरे दिन क्युकी येहि मेरे वो खरूस बॉस है,,,, जो हमेशा गुस्सा में ही रहते है,,,,फिर दोनो बहने अपना माथा पीट लेती है।।।।।

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